चंद्रपुर: बाघ के हमले में चरवाहा की मौत, बचाने गया भतीजा गंभीर रूप से घायल
चंद्रपुर: मुल तहसील के करवन गांव में बाघ के हमले ने एक परिवार को सहमा दिया है। गुरुवार सुबह करीब 8 बजे कोसंबी चक फार्म के पास चार-पांच चरवाहे मवेशी चराने गए थे, तभी अचानक एक बाघ ने बंडू परशुराम उराडे (55) पर हमला कर दिया। बंडू की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, उसे बचाने गए उनके चचेरे भाई किशोर मधुकर उराडे (35) भी बाघ के हमले में गंभीर रूप से घायल हो गए।
यह मई महीने में मुल तहसील में हुई चौथी बाघ से संबंधित घटना है। चंद्रपुर जिले में इस वर्ष पांच महीने में बाघ के हमलों में अब तक 22 लोगों की जान जा चुकी है, जिससे इलाके में डर और चिंता का माहौल है। वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। वहीं, गुस्साए ग्रामीण बाघ की सुरक्षा समाप्त करने की मांग कर रहे हैं।
अधिकारियों का मानना है कि अधिकांश बाघ हमले जंगल में लकड़ी काटने, जलावन या तेंदू पत्ता संग्रह करते समय हो रहे हैं, जिससे स्थानीय लोगों की सुरक्षा को खतरा बना हुआ है।