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उपराजधानी में प्री-मानसून की दस्तक, बुधवार रात झमाझम बारिश से मौसम ने ली करवट

उपराजधानी में प्री-मानसून की दस्तक, बुधवार रात झमाझम बारिश से मौसम ने ली करवट

नागपुर में प्री-मानसून की पहली बारिश से मिली राहत, लेकिन जलजमाव और फसलों पर मंडराया खतरा

नागपुर: उपराजधानी नागपुर में बुधवार रात प्री-मानसून की दस्तक ने मौसम का मिजाज बदल दिया। शाम करीब सात बजे शुरू हुई तेज बारिश देर रात तक जारी रही। भीषण गर्मी और उमस से जूझ रहे नागपुरवासियों को इस बारिश से बड़ी राहत जरूर मिली, लेकिन इससे जुड़ी चुनौतियाँ भी सामने आने लगी हैं।

भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, 21 से 24 मई के बीच विदर्भ समेत महाराष्ट्र के कई हिस्सों में गरज-चमक के साथ तेज बारिश और हवाएं चलने की संभावना है। यह बदलाव अरब सागर के पास बने चक्रवाती परिसंचरण के कारण हो रहा है, जो 22 मई तक निम्न दबाव क्षेत्र में तब्दील हो सकता है।

जलजमाव की आशंका फिर गहराई

बारिश जहां गर्मी से राहत लेकर आई है, वहीं नागपुर नगर निगम की अधूरी तैयारियों ने शहरवासियों की चिंता बढ़ा दी है। नालों की सफाई और जल निकासी व्यवस्था समय पर पूरी न होने से कई इलाकों में जलभराव की आशंका बनी हुई है। बीते वर्षों की तरह इस बार भी बाढ़ जैसे हालात बनने की संभावना जताई जा रही है।

किसानों के लिए बारिश बनी मुसीबत

प्री-मानसून बारिश शहरी नागरिकों को भले सुकून दे रही हो, लेकिन ग्रामीण इलाकों में इसका असर चिंताजनक है। विदर्भ के कई इलाकों में खेतों में खड़ी या हाल ही में कटी गई फसलें बारिश की भेंट चढ़ सकती हैं। इससे किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।

सामान्य से ज्यादा बारिश की संभावना

मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, इस बार मई महीने में विदर्भ में सामान्य से अधिक प्री-मानसून बारिश हो सकती है। ऐसे में प्रशासन को राहत के साथ-साथ सावधानी की भी जरूरत है।

निष्कर्ष: नागपुर में प्री-मानसून बारिश ने एक ओर जहां तपती गर्मी से राहत दी है, वहीं दूसरी ओर जलजमाव और फसल नुकसान जैसी समस्याओं की आहट भी दे दी है। नगर प्रशासन और कृषि विभाग के लिए अब यह एक चुनौतीपूर्ण समय साबित हो सकता है।

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