सीवर लीकेज से धंस रही यमुनानगर की सड़कें, प्रशासन बेखबर; लोगों की जान को खतरा
यमुनानगर में सीवर लाइन का रिसाव बना सिरदर्द, धंसती सड़कों से बढ़ा खतरा, प्रशासन मौन
यमुनानगर में सीवर लाइन की बदहाल स्थिति लोगों के लिए परेशानी का सबब बनती जा रही है। गोविंदपुरा रोड और डीएवी डेंटल कॉलेज रोड जैसे अहम इलाकों में सड़कें जगह-जगह धंसने लगी हैं, जिससे राहगीरों की सुरक्षा पर संकट खड़ा हो गया है।
स्थानीय लोगों के अनुसार, समस्या की जड़ पुरानी सीवर लाइनों की खराब हालत और उनकी नियमित सफाई न होना है। सीवर से लगातार हो रहे रिसाव के कारण सड़क की नींव कमजोर हो गई है, जिससे जगह-जगह सड़कें बैठ रही हैं।
हालात को देखते हुए नगर निगम ने जन स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिखकर स्थिति से अवगत कराया है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। लोग रोज़ाना खतरे के बीच चलने को मजबूर हैं और हालात से परेशान नागरिक प्रशासन से तत्काल कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।
फिलहाल स्थानीय प्रशासन की उदासीनता के चलते लोगों को सलाह दी जा रही है कि वे इन इलाकों में बेहद सावधानी से आवाजाही करें।
यमुनानगर में सीवर लीकेज बना सड़कें धंसने की वजह, शहरवासियों की बढ़ी मुसीबत, प्रशासन बेपरवाह
यमुनानगर।
शहर की सड़कों पर चलना अब खतरे से खाली नहीं रहा। जगह-जगह धंसती सड़कों और ओवरफ्लो होते मैनहोल ने नागरिकों की परेशानी बढ़ा दी है। खासकर गोविंदपुरा रोड, डीएवी डेंटल कॉलेज रोड, मधु चौक और भाई कन्हैया साहिब चौक जैसे इलाकों में हालात बेहद खराब हो चुके हैं। सीवर लाइन में रिसाव और नियमित सफाई न होने की वजह से यह स्थिति बनी है, लेकिन जिम्मेदार विभाग आंखें मूंदे हुए है।
बारिश में और बिगड़ते हैं हालात
जैसे ही बारिश होती है, सड़कों पर जमा गंदा पानी धंसी हुई जगहों को और गहरा बना देता है। इन जगहों पर कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। नगर निगम की कई बार की चेतावनी और पत्राचार के बावजूद जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग अब तक गंभीर कार्रवाई करने में विफल रहा है।
हर बैठक में उठ चुका है मुद्दा, समाधान नहीं
नगर निगम की हाउस मीटिंग्स में यह मुद्दा बार-बार उठ चुका है कि शहर की पुरानी सीवर लाइनें लीकेज और ओवरफ्लो का कारण बन रही हैं। कई स्थानों पर मैनहोल सड़क से ऊंचे हो गए हैं, जिससे दुर्घटना का खतरा और बढ़ गया है। विश्वकर्मा चौक से जोड़ियों तक कई मैनहोल या तो टूट चुके हैं या फिर ऊपर उठे हुए हैं।
स्थानीय प्रतिनिधियों की चिंता
वार्ड नंबर 8 के पार्षद विभौर पहुजा ने कहा कि शहर की अधिकतर सीवर लाइनें पुरानी हैं और उनके अंदर गाद जमा हो चुकी है। उन्होंने हाउस में इस समस्या को उठाया है और अधिकारियों से नियमित सफाई तथा पुरानी लाइनें बदलने की मांग की है। वहीं, पूर्व पार्षद नीरज राणा का कहना है कि शिकायतें करने के बावजूद महीनों तक कोई कार्रवाई नहीं होती। कई जगहों पर मैनहोल के ढक्कन भी टूटे हुए हैं, जिससे दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है।
विभाग का दावा—सफाई का काम जारी
जन स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि सफाई अभियान चलाया जा रहा है और नई मशीनें लगाई गई हैं। विभाग ने यह भी आश्वासन दिया है कि जिन इलाकों से शिकायतें मिली हैं, वहां जल्द सफाई करवाई जाएगी ताकि मानसून के दौरान हालात और न बिगड़ें।
निष्कर्ष:
यमुनानगर में सड़कें धंसना और सीवर का ओवरफ्लो होना अब आम बात बन गई है। शहर को एक स्थायी समाधान की जरूरत है, वरना प्रशासन की यह लापरवाही किसी दिन बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है। फिलहाल शहरवासी ‘जरा संभलकर चलिए’ की चेतावनी के साथ ही अपनी जान जोखिम में डालकर सड़कों पर निकलने को मजबूर हैं।