गांजा तस्करों पर लापरवाही पड़ी भारी: दो अधिकारी निलंबित, आठ पुलिसकर्मियों को कारण बताओ नोटिस जारी
गांजा तस्करों पर सख्ती में लापरवाही पड़ी महंगी, नागपुर के सीताबर्डी थाने में दो अधिकारी निलंबित, आठ पुलिसकर्मियों को नोटिस
नागपुर: शहर के सीताबर्डी थाना अंतर्गत गांजा तस्करी को नजरअंदाज करना कुछ पुलिसकर्मियों को भारी पड़ गया। पुलिस आयुक्त डॉ. रविंद्रकुमार सिंगल ने सख्त रुख अपनाते हुए थाने के दो अधिकारियों को निलंबित कर दिया, जबकि आठ अन्य पुलिसकर्मियों को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं।
दरअसल, शहर के व्यस्त इलाकों में शुमार सीताबर्डी के इलेक्ट्रॉनिक्स मार्केट में लंबे समय से मादक पदार्थों की खुलेआम बिक्री की शिकायतें मिल रही थीं। स्थानीय व्यापारियों ने नशेड़ियों के आतंक और पुलिस की कथित मिलीभगत की शिकायत सीधे पुलिस आयुक्त से की थी।
कागजी कार्रवाई से नहीं रुकी तस्करी
एक सप्ताह पहले सीताबर्डी पुलिस द्वारा की गई खानापूरी कार्रवाई के बाद भी हालात नहीं बदले। इसे गंभीरता से लेते हुए पुलिस आयुक्त ने डीसीपी राहुल मदने को ठोस कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके बाद विशेष टीम ने तेलीपुरा इलाके की तंग गलियों में छापा मारते हुए स्नेहल लखनलाल चौरसिया को गांजा बेचते रंगे हाथों गिरफ्तार किया।
23 लोग गांजा खरीदते पकड़े गए
छापेमारी के दौरान पुलिस ने 23 अन्य लोगों को भी गांजा खरीदते हुए हिरासत में लिया। आरोपी के पास से दो थैलियों में भरा गांजा बरामद हुआ। यह कार्रवाई इलाके में चर्चा का विषय बन गई और इससे पुलिस की पूर्व कार्रवाई की पोल भी खुल गई।
पुलिस आयुक्त का सख्त संदेश
इस पूरे प्रकरण में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों और कर्मियों पर कार्रवाई कर पुलिस आयुक्त ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अवैध गतिविधियों और अपराधियों को संरक्षण देने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। अब निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि संबंधित कर्मियों पर आगे क्या विभागीय कदम उठाए जाएंगे।