धर्मेंद्र को पीछे छोड़ Meena Kumari के ऑनस्क्रीन भाई ने जीता नेशनल अवार्ड, दमदार एक्टिंग से मचाया था तहलका
फिल्मी दुनिया में कई सितारों ने अपने अभिनय से गहरी छाप छोड़ी है, लेकिन आज हम बात कर रहे हैं उस कलाकार की, जिसने महज 4 साल की उम्र में एक्टिंग की दुनिया में कदम रखा और आगे चलकर अपने जबरदस्त अभिनय से दिग्गज सितारों को भी पीछे छोड़ दिया। मीना कुमारी के साथ एक फिल्म में उन्होंने धर्मेंद्र जैसे अभिनेता को कड़ी टक्कर दी और अपनी दमदार परफॉर्मेंस से नेशनल अवॉर्ड तक अपने नाम कर लिया।
मीना कुमारी की फिल्म में किया ऐसा अभिनय कि धर्मेंद्र तक रह गए पीछे, इस बाल कलाकार ने जीता नेशनल अवॉर्ड
बॉलीवुड की क्लासिक फिल्मों में कई बार ऐसे चेहरे नजर आते हैं, जिन्होंने छोटी उम्र में ही अभिनय से ऐसी छाप छोड़ी कि बड़े-बड़े सितारों की चमक भी फीकी पड़ गई। एक ऐसी ही कहानी है अभिनेता सचिन पिलगांवकर की, जिन्होंने महज चार साल की उम्र में एक्टिंग की शुरुआत की थी और 1967 में आई फिल्म मंझली दीदी में मीना कुमारी के मुंहबोले भाई का किरदार निभाकर दर्शकों के दिल जीत लिए।
ऋषिकेश मुखर्जी के निर्देशन में बनी इस फिल्म में धर्मेंद्र, ललिता पवार और सारिका जैसे सितारे मौजूद थे, लेकिन छोटे से सचिन ने अपने सहज और भावुक अभिनय से सबका ध्यान खींचा। उनके प्रदर्शन को इतनी सराहना मिली कि उन्हें नेशनल अवॉर्ड से नवाजा गया—जो एक बाल कलाकार के लिए उस दौर में किसी बड़ी उपलब्धि से कम नहीं था।