“देहरादून एयरपोर्ट विस्तार: छह हजार से अधिक पेड़ होंगे कटे, 90 परिवारों का होगा स्थानांतरण”
देहरादून एयरपोर्ट विस्तार: 53 हेक्टेयर भूमि का होगा उपयोग, 90 परिवारों का होगा पुनर्वास
देहरादून एयरपोर्ट के विस्तार के लिए 53 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा, जिसके तहत 90 परिवारों को स्थानांतरित किया जाएगा। तहसील प्रशासन ने इन परिवारों की पहचान कर ली है और अब उन्हें नए स्थानों पर पुनर्वासित करने की योजना बनाई जा रही है।
वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, विस्तार क्षेत्र में लगभग 6,000 पेड़ आएंगे, जिनकी कटाई की आवश्यकता होगी। इस रिपोर्ट को शासन को भेजा जाएगा, जिसके बाद ही इस प्रोजेक्ट पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
देहरादून एयरपोर्ट विस्तार: 90 परिवारों को करना होगा विस्थापन, 6 हजार पेड़ होंगे कटे
डोईवाला: देहरादून एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के लिए तहसील प्रशासन ने हाल ही में धरातलीय सर्वेक्षण किया, जिसमें 90 परिवारों की पहचान की गई है जिन्हें स्थानांतरित किया जाएगा। साथ ही, वन विभाग ने इस क्षेत्र में आने वाले पेड़ों की गिनती भी की है, जिनमें करीब 6,000 पेड़ शामिल हैं, जो विस्तार के दायरे में आ रहे हैं।
सर्वेक्षण में 53 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण प्रस्तावित है, जिसमें से 48 हेक्टेयर वन विभाग की और 5.344 हेक्टेयर निजी भूमि है। अधिकारियों ने अब इस रिपोर्ट को शासन को भेजने की तैयारी की है, जिसके बाद इस प्रोजेक्ट पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
मुख्य उद्देश्य: पर्यटन को बढ़ावा देना
देहरादून एयरपोर्ट का विस्तारीकरण राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने और अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के उद्देश्य से किया जा रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इस दिशा में लगातार प्रयासरत हैं, ताकि एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विकसित किया जा सके।
विस्थापन और भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया
कुछ दिन पहले, जिलाधिकारी देहरादून ने एयरपोर्ट विस्तारीकरण के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए थे। बुधवार को तहसील प्रशासन और युकाडा सहित अन्य विभागों की टीम ने 5.344 हेक्टेयर निजी भूमि का सर्वेक्षण पूरा किया। इस भूमि पर 43 घरों को चिह्नित करते हुए 90 परिवारों को विस्थापित किए जाने की योजना है, जिनमें से 60 परिवार मूल रूप से टिहरी से विस्थापित हैं।
इसके अलावा, कुछ परिवार अपनी विस्थापन की स्थिति में रिश्तेदारों के साथ-साथ अन्य चार परिवारों को भी शामिल करने की मांग कर रहे हैं, जिसके लिए अधिकारियों ने अलग से रिपोर्ट तैयार की है।
पेड़ों की कटाई और पुनर्वास
इस विस्तारीकरण क्षेत्र में 48 हेक्टेयर वन भूमि के हस्तांतरण से पहले, वन विभाग ने करीब 6,000 पेड़ों की गिनती की है, जिसमें साल, सागौन, शीशम, खेर और अन्य मिश्रित वन शामिल हैं। भूमि स्थानांतरण के बाद इन पेड़ों को हटाने का कार्य शुरू किया जाएगा, ताकि एयरपोर्ट का विस्तार अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार किया जा सके।
इस महत्वपूर्ण सर्वेक्षण कार्य में राजस्व उप निरीक्षक प्रदीप सिंह, युकाडा से एमएल आर्य, और एसएलओ कार्यालय से पवन नौटियाल भी उपस्थित रहे।