भंडारा: कुरमुडा गांव में बाघ पकड़ा गया, वन विभाग की कार्रवाई से ग्रामीणों ने ली राहत की सांस
भंडारा: बकरी का शिकार कर गांव में छिपा बैठा था बाघ, रेस्क्यू ऑपरेशन में वन विभाग ने पकड़ा; ग्रामीणों को मिली राहत
तुमसर (भंडारा)। लेंडेझरी वनपरिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले कुरमुडा गांव में पिछले दो दिनों से दहशत फैला रहे बाघ को वन विभाग की टीम ने आखिरकार काबू में कर लिया। बाघ की गिरफ्तारी के बाद गांव में राहत का माहौल है और ग्रामीणों ने वन विभाग की तत्पर कार्रवाई की सराहना की है।
मिली जानकारी के अनुसार, बाघ ने गांव के निवासी दशरथ सोनवाने के घर के आंगन में बंधी बकरी को अपना शिकार बनाया था। घटना के बाद वह पास ही स्थित एक नाले में जा छिपा, जो सोनवाने के घर से मात्र 20 फीट की दूरी पर था। यह स्थिति इतनी भयावह थी कि ग्रामीणों ने पूरी रात जागते हुए निगरानी रखी।
घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग की रैपिड रिस्पांस टीम मौके पर पहुंची और सावधानीपूर्वक कार्रवाई करते हुए ट्रैंक्विलाइज़र डार्ट से बाघ को बेहोश कर पकड़ा गया। पकड़े गए बाघ की उम्र लगभग 3 से 4 वर्ष के बीच बताई जा रही है। विभाग ने यह भी स्पष्ट किया कि यह वही बाघ है, जिसे चांदमारा घाट क्षेत्र में कुछ दिन पहले देखा गया था।
बाघ की मौजूदगी से कई दिनों से भयभीत ग्रामीणों को अब चैन की सांस मिली है। गांव में धीरे-धीरे सामान्य स्थिति लौट रही है। ग्रामीणों ने मांग की है कि वन विभाग भविष्य में ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए निगरानी और सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करे।