दोतरफा घिरा पाक, भारत ने लिया एक्शन और शहबाज सरकार पर खतरा; PPP ने दी चेतावनी
पाकिस्तान में सिंधु जल समझौते के बाद नया विवाद, पंजाब में नहरों को लेकर PPP ने सरकार को दिया अल्टीमेटम
पाकिस्तान के लिए सिंधु जल समझौते के बाद एक और बड़ी समस्या सामने आई है। सिंध प्रांत के लोगों ने पंजाब प्रांत में सिंधु नदी पर बनने वाली छह नई नहरों के खिलाफ विरोध शुरू कर दिया है। इस विवाद के बीच पाकिस्तान की सत्ताधारी पार्टी की सहयोगी पार्टी PPP ने सरकार को कड़ा अल्टीमेटम दिया है। पार्टी ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने नहरों के निर्माण के खिलाफ कदम नहीं उठाए, तो वे अपना समर्थन वापस ले सकती हैं।
यह स्थिति पाकिस्तान में राजनीतिक संकट को और गहरा सकती है, क्योंकि सिंध और पंजाब प्रांतों के बीच जल वितरण को लेकर पहले से ही तनाव रहा है।
सिंधु जल समझौता के बाद पाकिस्तान में पानी को लेकर नया विवाद, PPP ने सरकार को दिया अल्टीमेटम
इस्लामाबाद: सिंधु जल समझौते के रद्द होने के बाद पाकिस्तान में पानी की कमी को लेकर चिंता बढ़ गई है, वहीं सिंध और पंजाब प्रांतों के बीच एक नया विवाद भी खड़ा हो गया है। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) ने सत्ताधारी सरकार को चेतावनी दी है कि अगर अगले 2 मई को होने वाली कॉउंसिल ऑफ कॉमन इंटरेस्ट (CCI) की बैठक में सिंधु नदी पर बनने वाली नहरों के मुद्दे का समाधान नहीं हुआ, तो वे सरकार से अपना समर्थन वापस ले लेंगे।
पंजाब प्रांत ने सिंधु नदी पर 6 नई नहरों का प्रस्ताव रखा है ताकि पंजाब के किसानों को पर्याप्त पानी मिल सके, लेकिन सिंध प्रांत इसका विरोध कर रहा है। PPP भी सिंध के लोगों के समर्थन में उतर आई है, और उनका कहना है कि नहर बनने से सिंध में पानी की गंभीर कमी हो जाएगी। इस मामले के समाधान के लिए पाकिस्तान सरकार ने 2 मई को CCI की बैठक बुलाई है।
इस विवाद पर PPP के सिंध के ऊर्जा मंत्री नासिर शाह ने पाक सरकार को अल्टीमेटम दिया है। उन्होंने MQM-P (मुत्ताहिद कौमी आंदोलन पाकिस्तान) के नेताओं से भी मुलाकात की और उनसे आगामी उपचुनाव में अपने उम्मीदवार न उतारने की अपील की। नासिर शाह का कहना है कि यह नहर परियोजना सिंध के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा है और इस पर सभी दलों का एकमत होना जरूरी है। MQM-P ने भी PPP को अपना समर्थन देने की घोषणा की है।
इस बीच, सिंध प्रांत में इस नहर परियोजना के खिलाफ भारी विरोध हो रहा है। कई वकील और सिविल सोसाइटी एक्टिविस्ट सड़कों पर उतर आए हैं और सिंध और पंजाब हाईवे पर तगड़ा जाम लगने के कारण बड़े कंटेनर घंटों से फंसे हुए हैं। इस विवाद ने पाकिस्तान में पानी की समस्या को और भी जटिल बना दिया है।