Gorakhpur News: नायाब तहसीलदार के छापे के दौरान खनन माफियाओं ने की जान से मारने की कोशिश, पुलिस के आने पर भागे
गोरखपुर: अवैध खनन की जांच करने गए नायब तहसीलदार को माफियाओं ने घेरा, भागते हुए 500 मीटर तक पीछा किया
गोरखपुर के खड़ेसरी गांव में अवैध मिट्टी खनन की जांच करने पहुंचे नायब तहसीलदार को खनन माफियाओं ने घेर लिया। अपनी जान बचाने के लिए नायब तहसीलदार ने भागने की कोशिश की, लेकिन माफिया ने उनका पीछा कर 500 मीटर तक उनका पीछा किया। घटना की जानकारी मिलते ही नायब तहसीलदार ने पुलिस को सूचित किया, जिसके बाद माफिया मौके से फरार हो गए। पुलिस ने एक युवक को हिरासत में लिया, लेकिन बाद में उसे छोड़ दिया।
गोरखपुर: अवैध खनन की जांच पर पहुंचे नायब तहसीलदार को खनन माफिया ने घेरा, पुलिस की मदद से भागने में सफल
बड़हलगंज, गोरखपुर। रविवार रात को गोरखपुर के खड़ेसरी गांव में अवैध खनन की सूचना मिलने पर नायब तहसीलदार जयप्रकाश ने मौके पर पहुंचकर कार्रवाई शुरू की, लेकिन उन्हें खनन माफियाओं का विरोध झेलना पड़ा। जैसे ही नायब तहसीलदार ने खनन गतिविधियों को देखा, खनन में लिप्त लोगों ने उन पर दबाव बनाना शुरू कर दिया और विरोध करने लगे।
सूचना के बाद नायब तहसीलदार ने अवैध खनन का विरोध करते हुए वहां से अपनी सरकारी गाड़ी लेकर निकलने की कोशिश की। इसके बाद खनन माफिया के गुर्गों ने उनका पीछा करना शुरू कर दिया और 500 मीटर तक उनका पीछा किया। इस दौरान नायब तहसीलदार ने अपनी जान को खतरे में महसूस करते हुए तुरंत पुलिस को सूचित किया।
पुलिस के आने से पहले माफिया के लोग मौके से फरार हो गए। हालांकि, इस दौरान प्रशासन की टीम ने खनन माफियाओं के एक संदिग्ध सहयोगी को पकड़ लिया और उसे गाड़ी में बैठा लिया, लेकिन बाद में यह स्पष्ट हुआ कि वह केवल एक गांव का स्थानीय युवक था और खनन से उसका कोई संबंध नहीं था।
एसडीएम का निर्देश और कार्रवाई
रविवार रात करीब 12:30 बजे एसडीएम गोला प्रशांत वर्मा को खड़ेसरी गांव में अवैध मिट्टी खनन की शिकायत मिली। इस पर उन्होंने नायब तहसीलदार जयप्रकाश को तुरंत जांच के लिए भेजा। जयप्रकाश के गांव पहुंचने पर खनन गतिविधियां जारी थीं, लेकिन खनन माफियाओं ने जब विरोध किया, तो उन्होंने बिना किसी झगड़े के मौके से निकलने की कोशिश की। इसके बावजूद खनन माफिया ने उनका पीछा किया और जानबूझकर उन्हें परेशान करने की कोशिश की।
घटना के बाद प्रशासन ने अवैध खनन के खिलाफ सख्त कदम उठाने की चेतावनी दी है। पुलिस अब इस मामले की जांच कर रही है और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए पूरी तरह से तैयार है।
गांव में बढ़ता अवैध खनन संकट
गौरतलब है कि गोरखपुर जिले में अवैध खनन की समस्या बढ़ती जा रही है, और खड़ेसरी जैसे गांवों में इसका प्रभाव साफ देखा जा रहा है। यह घटना उस बात की ओर इशारा करती है कि खनन माफिया किस हद तक प्रशासनिक कार्रवाई से बचने के लिए दबाव डालने की कोशिश करते हैं। प्रशासन की कार्रवाई के बावजूद माफिया की ताकत और उनका दबदबा चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा है।