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वक्फ बिल पर जम्मू-कश्मीर की सियासत गरमाई, इल्तिजा मुफ्ती ने नेशनल कॉन्फ्रेंस पर लगाए गंभीर आरोप

वक्फ बिल पर जम्मू-कश्मीर की सियासत गरमाई, इल्तिजा मुफ्ती ने नेशनल कॉन्फ्रेंस पर लगाए गंभीर आरोप

वक्फ बिल पर इल्तिजा मुफ्ती का बड़ा आरोप, NC और PDP पर BJP से मिलीभगत का दावा – तनवीर सादिक ने दिया करारा जवाब

जम्मू-कश्मीर में वक्फ बिल को लेकर जारी सियासी घमासान और तेज हो गया है। पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) और अपनी ही पार्टी पीडीपी पर गंभीर आरोप लगाते हुए दावा किया है कि दोनों दलों की भाजपा से गुप्त सांठगांठ है।

इल्तिजा ने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी आम जनता के सामने एक-दूसरे का विरोध करने का सिर्फ नाटक करती हैं, जबकि पर्दे के पीछे दोनों की नीयत भाजपा के साथ मेल खाती है।

इल्तिजा के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए एनसी प्रवक्ता तनवीर सादिक ने तीखा पलटवार किया। उन्होंने कहा, “सत्ता की लालच में भाजपा की गोद में कौन बैठा था, ये सबको पता है। नेशनल कॉन्फ्रेंस ने कभी जम्मू-कश्मीर के हितों से समझौता नहीं किया।”

इस बयानबाज़ी ने राजनीतिक तापमान और बढ़ा दिया है। वक्फ बिल के बहाने पार्टियों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज़ हो गया है और आने वाले दिनों में इस सियासी जंग के और भी धार पकड़ने की संभावना है।

जम्मू-कश्मीर में वक्फ बिल पर गरमाई सियासत: इल्तिजा मुफ्ती ने NC और BJP की ‘गुप्त साझेदारी’ पर उठाए सवाल, NC का तीखा जवाब

जम्मू-कश्मीर की सियासत इन दिनों वक्फ संशोधन बिल को लेकर तूल पकड़ती जा रही है। एक तरफ जहां पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की नेता इल्तिजा मुफ्ती ने नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच ‘रणनीतिक गठजोड़’ का आरोप लगाया है, वहीं दूसरी ओर एनसी ने भी तीखा पलटवार कर पीडीपी की मंशा पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

इल्तिजा का आरोप: “दिखावे की लड़ाई, असल में साथ हैं NC-BJP”

मंगलवार को मीडिया से बातचीत में इल्तिजा मुफ्ती ने कहा कि वक्फ संशोधन बिल पर नेशनल कॉन्फ्रेंस और भाजपा एक-दूसरे को राजनीतिक फायदा पहुंचाने के लिए ‘दिखावे का विरोध’ कर रही हैं। उन्होंने कहा, “दोनों दल मंच पर भले ही एक-दूसरे पर हमला करते नजर आते हैं, लेकिन पर्दे के पीछे आपसी समझदारी से काम कर रहे हैं।”

इल्तिजा ने ये भी सवाल उठाया कि नेकां के शासनकाल में मुस्लिम औकाफ ट्रस्ट के कामकाज में पारदर्शिता नहीं थी, जबकि पीडीपी ने इस ट्रस्ट को “नेकां की चंगुल” से मुक्त करवाया था।

उन्होंने फारूक अब्दुल्ला के बयान को भी घेरा, जिसमें उन्होंने विधानसभा में वक्फ बिल पर चर्चा को ‘अदालती मामला’ बताते हुए टालने की बात की थी। इल्तिजा ने सवाल किया, “अगर अनुच्छेद 370 पर बात हो सकती है, तो फिर वक्फ बिल पर क्यों नहीं?”

साथ ही उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जब विधानसभा में इस मुद्दे पर हंगामा हो रहा था, “राज्य की मुख्यमंत्री ट्यूलिप गार्डन में केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू के साथ घूम रही थीं।”

NC का पलटवार: “पहले अपना इतिहास देखे पीडीपी”

नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रवक्ता तनवीर सादिक ने इल्तिजा के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पीडीपी को अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। उन्होंने याद दिलाया कि पीडीपी ही वह पार्टी है जिसने भाजपा को जम्मू-कश्मीर की सत्ता में प्रवेश कराया था

तनवीर ने कहा, “जब महबूबा मुफ्ती मुख्यमंत्री थीं, तब भाजपा के मंत्री राज्य के झंडे का सम्मान नहीं करते थे, लेकिन पीडीपी सत्ता की लालच में चुप बैठी रही।”

उन्होंने साफ किया कि वक्फ बोर्ड और मुस्लिम औकाफ ट्रस्ट दो अलग संस्थाएं हैं, और केंद्र सरकार का कानून औकाफ ट्रस्ट पर लागू नहीं होता। तनवीर ने कहा, “बेहतर होगा कि इल्तिजा पहले पूरी जानकारी लें और उसके बाद बयान दें।”


इस पूरे घटनाक्रम से स्पष्ट है कि वक्फ बिल को लेकर जम्मू-कश्मीर की राजनीति में सिर्फ बिल ही नहीं, बल्कि पुराने रिश्तों और नए आरोपों का भी जोरदार टकराव चल रहा है। आने वाले दिनों में यह मुद्दा और तूल पकड़ सकता है।

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