दिल्ली का यह इलाका बनेगा शिक्षा का नया हब, 500 करोड़ की लागत से हाईटेक सुविधाओं का विकास
दिल्ली के नरेला में बनेगा अत्याधुनिक एजुकेशन हब, GGSIPU ने किया 500 करोड़ के प्रोजेक्ट का ऐलान
दिल्ली। राजधानी के नरेला इलाके में शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ा कदम उठाया गया है। गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय (GGSIPU) ने नरेला में एक विश्वस्तरीय एजुकेशन हब स्थापित करने के लिए 500 करोड़ रुपये के बजट की घोषणा की है। यह केंद्र अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा और छात्रों को उत्कृष्ट शैक्षणिक माहौल प्रदान करेगा।
इस पहल का उद्देश्य शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्ता और आधुनिकता को बढ़ावा देना है, जिससे देश-विदेश से विद्यार्थी यहां अध्ययन के लिए आकर्षित हों। नरेला में बनने वाला यह हब राष्ट्रीय राजधानी में शिक्षा का एक प्रमुख केंद्र बनने की दिशा में अहम कदम माना जा रहा है।
इसी अवसर पर आयोजित दीक्षांत समारोह में विश्वविद्यालय ने 24,456 छात्रों को डिग्री प्रदान की, जबकि 74 मेधावी छात्रों को स्वर्ण पदक देकर सम्मानित किया गया। यह समारोह न केवल छात्रों के लिए गौरव का क्षण रहा, बल्कि विश्वविद्यालय की भविष्य की योजनाओं की झलक भी दिखाता है।
नरेला एजुकेशन हब के निर्माण से क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे और दिल्ली को शिक्षा के क्षेत्र में एक नई पहचान मिलेगी।
नरेला में शिक्षा का नया युग: IP यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में 500 करोड़ के एजुकेशन हब का ऐलान
पश्चिमी दिल्ली। राजधानी दिल्ली में शिक्षा क्षेत्र को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की तैयारी जोरों पर है। गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय (IPU) के 17वें दीक्षांत समारोह के दौरान उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने नरेला में एक अत्याधुनिक एजुकेशन हब की स्थापना के लिए 500 करोड़ रुपये के बजट की घोषणा की। यह हब दिल्ली को शिक्षा के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
द्वारका कैंपस में आयोजित इस भव्य समारोह में 24,456 छात्रों को डिग्रियां प्रदान की गईं, जबकि 74 छात्रों को स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया। समारोह में शिक्षा, नवाचार और महिला सशक्तिकरण की झलक स्पष्ट रूप से दिखाई दी।
उपराज्यपाल का शिक्षा पर जोर और छात्रों से भावनात्मक अपील
समारोह में संबोधित करते हुए उपराज्यपाल सक्सेना ने कहा, “उच्च शिक्षा हमारी प्राथमिकता है और नरेला का यह हब भविष्य की पीढ़ियों के लिए वरदान साबित होगा।” उन्होंने छात्रों से समाज और राष्ट्र के प्रति अपनी भूमिका निभाने की अपील की। उन्होंने कहा, “ऐसी शिक्षा जो दिलों को न छुए, वह अधूरी है।” साथ ही यह भी जोड़ा कि एक व्यक्ति भी दुनिया में बड़ा बदलाव ला सकता है।
दिल्ली को बनाना है शिक्षा की राजधानी – रेखा गुप्ता
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने दिल्ली को शिक्षा का केंद्र बनाने की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा कि दिल्ली के विद्यार्थी वैश्विक स्तर पर देश का नाम रोशन करें और विकसित भारत के निर्माण में योगदान दें।
छात्रों के जोश को सराहा, नवाचार की तरफ बढ़ने की सलाह
दिल्ली के शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि डिग्री सिर्फ कागज नहीं, मेहनत की पहचान है। उन्होंने तकनीक और पर्यावरण के क्षेत्र में नवाचार को आगे बढ़ाने की बात कही। मुख्य अतिथि प्रो. आशुतोष शर्मा ने स्टार्टअप्स और इनोवेशन को देश के विकास की कुंजी बताया।
महिलाओं का जलवा और विशेष सम्मान
समारोह में नारी शक्ति की विशेष झलक देखने को मिली। पीएचडी प्राप्त करने वालों में 75 महिलाएं शामिल रहीं, जबकि 73 स्वर्ण पदकों में 49 पर महिलाओं ने कब्जा जमाया। रिया दुआ, मुस्कान गुप्ता, पूजा सुखीजा और हिमानी तोमर को विशेष पुरस्कारों से नवाजा गया।
नॉलेज सेंटर और वैश्विक साझेदारियों की दिशा में कदम
कुलपति प्रो. डॉ. महेश वर्मा ने जानकारी दी कि यूनिवर्सिटी में जल्द ही “इंडियन नॉलेज सेंटर” की स्थापना की जाएगी। अब तक 100 एमओयू साइन किए जा चुके हैं, जिनमें से 40 अंतरराष्ट्रीय साझेदारियों से जुड़े हैं। यूनिवर्सिटी की उपलब्धियों को दर्शाने वाली पुस्तक ‘इम्प्रेशंस’ का भी विमोचन किया गया।
डिग्री वितरण का आंकड़ा
इस अवसर पर 110 पीएचडी, 12 एमफिल, 2,624 मास्टर्स, 20,739 बैचलर्स और 971 मेडिकल डिग्रियां प्रदान की गईं।
यह समारोह केवल डिग्री वितरण का अवसर नहीं था, बल्कि दिल्ली की शिक्षा क्रांति की एक नई शुरुआत का संकेत भी था।