स्वास्थ्य सेवाओं के सशक्तिकरण को ‘मिशन मोड’ में लाया जाए: समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री फडणवीस का निर्देश
राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था में बड़ा सुधार: ‘मिशन मोड’ में होंगे विकास कार्य, सीएम फडणवीस ने दिए निर्देश
मुंबई – महाराष्ट्र की स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सशक्त और प्रभावी बनाने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को सह्याद्री अतिथिगृह में एक अहम समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में मुख्यमंत्री ने राज्यभर की स्वास्थ्य संस्थाओं को “मिशन मोड” में सुदृढ़ करने की योजना को गति देने के निर्देश दिए।
फडणवीस ने स्पष्ट किया कि प्राथमिक स्वास्थ्य उप-केन्द्रों से लेकर रेफरल अस्पतालों तक की सेवाएं एशियाई विकास बैंक (ADB) के सहयोग से उन्नत की जाएंगी। उन्होंने कैंसर रोगियों के लिए एकीकृत रेफरल प्रणाली विकसित करने की आवश्यकता पर बल दिया, जिसमें कीमोथेरेपी और रेडिएशन थेरेपी जैसी सेवाएं सुगमता से उपलब्ध कराई जा सकें।
मुख्यमंत्री ने सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग और चिकित्सा शिक्षा विभाग को संयुक्त रूप से एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार करने के निर्देश दिए हैं, ताकि नागरिकों को गुणवत्तापूर्ण और सुलभ स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जा सकें।
बैठक में धाराशिव में एक नए अस्पताल की स्थापना का प्रस्ताव भी सामने आया। साथ ही, सरकारी मेडिकल कॉलेजों से जुड़े अस्पतालों में मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए अलग से अस्पताल निर्माण की योजना पर चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने यह भी सुझाव दिया कि स्नातकोत्तर मेडिकल छात्रों को एक निश्चित अवधि तक सरकारी अस्पतालों में सेवा देना अनिवार्य किया जाए।
इसके अलावा, स्वास्थ्य प्रबंधन सूचना प्रणाली (HMIS), अंग प्रत्यारोपण संस्थानों की स्थापना, और अस्पतालों के लिए अत्याधुनिक उपकरणों की खरीद जैसे मुद्दों पर भी गंभीर चर्चा हुई। बैठक में मंत्री प्रकाश अबितकर, एशियाई विकास बैंक के प्रतिनिधि और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
राज्य सरकार का यह कदम ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं के बीच की खाई को पाटने की दिशा में एक अहम पहल माना जा रहा है।