भंडारा: अवैध रेत खनन और जमाखोरी के आरोप में एसडीओ और तहसीलदार निलंबित
भंडारा में रेत खनन घोटाला: लापरवाही और भ्रष्टाचार के आरोप में दो राजस्व अधिकारी निलंबित
भंडारा, महाराष्ट्र – भंडारा जिले के तुमसर उपविभाग में अवैध रेत खनन और जमाखोरी के मामले में राज्य सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुए दो वरिष्ठ राजस्व अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। निलंबित अधिकारियों में उप-विभागीय अधिकारी (एसडीओ) दर्शन निकालजे और तहसीलदार मोहन टिकले का नाम शामिल है।
राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले द्वारा जारी आदेश के अनुसार, नागपुर के विभागीय राजस्व आयुक्त की जांच में पाया गया कि दोनों अधिकारी अवैध रेत खनन पर अंकुश लगाने में नाकाम रहे और भ्रष्टाचार में संलिप्त थे। जांच में यह भी सामने आया कि पर्यावरण विभाग की अनुमति के बिना रेत का खनन किया जा रहा था, जिससे पर्यावरण को भारी नुकसान पहुंचा।
इस पूरे मामले की गूंज विधानसभा में भी सुनाई दी, जहां अवैध खनन, आरोपियों पर कार्रवाई और डंपर हादसे में घायल लोगों को मुआवजा देने की मांग को लेकर प्रस्ताव पेश किया गया था। चर्चा के दौरान मंत्री बावनकुले ने सात दिनों के भीतर कार्रवाई का आश्वासन दिया था, जिसके तहत जांच कर निलंबन की कार्रवाई की गई।
सरकार ने स्पष्ट किया है कि अवैध खनन में लिप्त किसी भी अधिकारी को बख्शा नहीं जाएगा और इस मामले की विस्तृत जांच जारी है।