“सारण SP का फर्जी WhatsApp अकाउंट बनाकर चैटिंग, आरोपी की पहचान के बाद छापामारी शुरू”
सारण में फर्जी WhatsApp अकाउंट बनाने का मामला, पुलिस ने दर्ज किया केस
सारण के आरक्षी अधीक्षक डॉ. कुमार आशीष के नाम से एक फर्जी व्हाट्सएप अकाउंट बनाया गया था, जिसका इस्तेमाल धोखाधड़ी और आम लोगों में प्रभाव बढ़ाने के लिए किया जा रहा था। पुलिस ने इस मामले में खैरा निवासी प्रभाकर कुमार के खिलाफ शिकायत दर्ज की है। मामले की गहन जांच जारी है। सारण पुलिस अब साइबर बदमाशों को पकड़ने के लिए अपने साइबर प्रहार अभियान को और तेज कर रही है।
सारण में फर्जी WhatsApp अकाउंट बनाकर धोखाधड़ी करने का प्रयास, आरोपी पर केस दर्ज
छपरा। सारण के आरक्षी अधीक्षक डॉ. कुमार आशीष के नाम से एक फर्जी व्हाट्सएप अकाउंट बना कर साइबर अपराधी ने धोखाधड़ी करने की योजना बनाई थी। आरोपी ने इसे व्हाट्सएप स्टेटस पर भी लगाया था। एक अप्रैल को साइबर थाने को सूचना मिली कि खैरा के निवासी कामेश्वर सिंह के पुत्र प्रभाकर कुमार ने सारण एसपी का फर्जी व्हाट्सएप आईडी तैयार किया है।
साइबर थाने ने इसकी जानकारी खैरा थाना पुलिस को दी, जिसके बाद खैरा थाना की पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। जांच में पता चला कि प्रभाकर कुमार ने पुलिस अधीक्षक सारण के नाम से व्हाट्सएप आईडी बनाई थी और आम लोगों में अपनी छवि को बढ़ाने के लिए इसे गलत तरीके से इस्तेमाल किया। साथ ही, उसने एक और मोबाइल से मनगढ़ंत चैट कर उसे व्हाट्सएप स्टेटस के रूप में पोस्ट किया था। एसपी के नाम का दुरुपयोग कर उसने अपनी पहचान को बड़ा दिखाने की कोशिश की, जो कि एक संज्ञेय अपराध है।
खैरा थानाध्यक्ष अणिमा राणा ने बताया कि आरोपी के खिलाफ धारा 319 (2)/318(4) बीएनएस के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है और पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। जांच में यह भी सामने आया कि प्रभाकर ने एसपी डॉ. कुमार आशीष की तस्वीर को अपने प्रोफाइल में लगाया था। वह पुलिसकर्मियों को शिकार बनाने की तैयारी कर रहा था। इसके अलावा, उसने अपने फेसबुक अकाउंट पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल के साथ अपनी फोटो लगाकर खुद को भाजपा के आइटी सेल का जिला संयोजक भी बताया था।
प्राथमिकी दर्ज होने के बाद आरोपी के दोनों मोबाइल नंबर स्विच ऑफ हो गए हैं। उल्लेखनीय है कि सारण पुलिस साइबर बदमाशों को पकड़ने के लिए साइबर प्रहार अभियान चला रही है। खैरा थानाध्यक्ष अणिमा राणा ने कहा कि मामले की जांच जारी है और आरोपी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।