Maiya Samman Yojana: महिलाओं के विरोध के बाद अधिकारियों ने अपनाया नया समाधान
मंईयां सम्मान योजना: महिलाओं के विरोध के बाद अधिकारियों ने उठाया नया कदम, स्थिति को सुलझाने के लिए किया बड़ा एलान
झारखंड: मंईयां सम्मान योजना के तहत महिलाओं का गुस्सा बढ़ा, अधिकारियों ने समस्या हल करने के लिए कैंप लगाने की घोषणा
झारखंड के बेरमो अंचल कार्यालय में मंईयां सम्मान योजना की तीन किस्तों की राशि 7500 रुपये न मिलने पर मंगलवार को महिलाओं का प्रदर्शन जारी रहा। महिलाएं इस राशि के न मिलने से नाराज थीं, लेकिन सीओ संजीत कुमार सिंह ने उन्हें आश्वस्त किया कि सभी योग्य लाभार्थियों को योजना का लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि कोई भी महिला योजना से वंचित नहीं होगी।
कैंप लगाने का ऐलान
महिलाओं के गुस्से को देखते हुए सीओ ने फुसरो शहरी क्षेत्र की महिलाओं के लिए नगर परिषद के वार्डों में कैंप लगाने की घोषणा की। इन कैंपों के माध्यम से लाभार्थियों के आवेदन में हुई त्रुटियों को ठीक किया जाएगा। साथ ही, महिलाएं अपने बैंक खाते को आधार कार्ड से लिंक करवा सकती हैं। समस्याओं के समाधान के बाद एक सप्ताह के भीतर राशि उनके खाते में जमा कर दी जाएगी।
खाता संबंधी समस्याओं के लिए दो खिड़कियां खोली गईं
अंचल कार्यालय में महिलाओं के खाते से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए दो काउंटर खोले गए हैं, जहां अंचल कर्मचारियों द्वारा लाभार्थियों से जानकारी ली जा रही है और समस्याओं का समाधान किया जा रहा है।
नए कैंपों की घोषणा
नगर परिषद फुसरो ने 26 मार्च से 29 मार्च तक विभिन्न वार्डों में शिविर लगाने का ऐलान किया है। इन शिविरों में लाभार्थियों की समस्याओं का समाधान किया जाएगा।
- 26 मार्च: वार्ड 1-6 के लिए सीसीएल भवन, फील्डक्यारी
- 27 मार्च: वार्ड 7-10 के लिए राजकीय मध्य विद्यालय, न्यू सेलेक्टेड
- 28 मार्च: वार्ड 13-21 के लिए मध्य विद्यालय ढोरी
- 29 मार्च: वार्ड 20-28 के लिए वार्ड विकास केंद्र, एबीसी पेट्रोल पंप
महिलाओं के साथ पुरुष भी उमड़े
अंचल कार्यालय में महिलाओं के साथ-साथ पुरुष भी अपने स्वजनों के खातों की समस्याओं के समाधान के लिए कतार में लगे हैं। सोमवार को अधिकारियों के अनुपस्थित रहने के कारण महिलाओं ने धरना प्रदर्शन किया था और फुसरो बाजार में जाम लगा दिया था।
इस तरह, अधिकारियों ने महिलाओं की समस्याओं को हल करने के लिए जरूरी कदम उठाए हैं, ताकि कोई भी लाभार्थी योजना से वंचित न रहे।