गागन नदी के गांवों में तेंदुए का आतंक, कुत्ता खा गया, लोग घर से बाहर निकलने से डर रहे
गागन नदी के पास स्थित गांवों में तेंदुए का आतंक बढ़ता जा रहा है। किसानों में डर बैठ गया है, जिसके चलते उनके खेतों तक जाने में हिचकिचाहट हो रही है, और इसका सीधा असर फसलों पर पड़ रहा है। सोमवार रात मौढा की मिलक गांव में तेंदुए ने एक कुत्ते को उठा लिया, जिससे गांव में अफरातफरी मच गई। स्थानीय लोग वन विभाग से कई बार मदद की अपील कर चुके हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
मुरादाबाद। गागन नदी के किनारे स्थित गांवों में तेंदुए का आतंक दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। किसान अब अपने खेतों में जाने से डर रहे हैं, जिसके कारण उनकी फसलों को नुकसान हो रहा है। सोमवार रात को मौढा की मिलक गांव में तेंदुआ एक कुत्ते को उठा ले गया, जिससे गांव में दहशत फैल गई।
पाकबड़ा थाना क्षेत्र के मौढा की मिलक निवासी जन्म सिंह के घर के पास यह घटना घटी। सोमवार रात करीब आठ बजे जब घरवाले खाना खा रहे थे, तभी कुत्ते के जोर-जोर से रोने की आवाज आई। बाहर जाकर देखा तो तेंदुआ कुत्ते को घसीटते हुए ले जा रहा था। शोर मचाने पर गांववाले इकट्ठा हो गए, जिससे तेंदुआ कुत्ते को छोड़कर भाग गया।
ग्रामीणों का कहना है कि तेंदुए का खौफ बढ़ता जा रहा है, लेकिन वन विभाग की ओर से अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। मौढा तैय्या गांव के गोपाल, जीतू और नेमपाल सिंह जैसे ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने कई बार वन विभाग से मदद की गुहार लगाई, लेकिन किसी ने उनकी बातों को गंभीरता से नहीं लिया। अब शाम के वक्त खेतों में जाना भी खतरनाक महसूस हो रहा है।