‘यहां नसीब चलता है’—एक्टिंग या कहानी नहीं, Mithun Chakraborty ने बताया कैसे मिलता है बॉलीवुड में स्टारडम
Mithun Chakraborty का नाम हिंदी सिनेमा में उन सितारों में शुमार है जिन्होंने संघर्षों की राह से होते हुए सफलता की ऊंचाइयों तक का सफर तय किया। बी-ग्रेड फिल्मों से शुरुआत करने वाले मिथुन ने अपनी मेहनत और लगन से खुद को एक बड़े स्टार के रूप में स्थापित किया।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि मिथुन ने खुद कभी इस सफर को लेकर क्या कहा था? सालों पहले दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने बॉलीवुड में स्टारडम को लेकर एक चौंकाने वाला बयान दिया था। उन्होंने साफ कहा था कि यहां न एक्टिंग चलती है, न कहानी—बल्कि नसीब चलता है। उनका यह बयान आज भी इंडस्ट्री के संघर्षरत कलाकारों के लिए एक बड़ा रियलिटी चेक माना जाता है।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली: करीब पांच दशकों से हिंदी सिनेमा में अपनी अमिट छाप छोड़ने वाले मिथुन चक्रवर्ती आज भी भारतीय फिल्म इंडस्ट्री के सबसे सम्मानित नामों में शुमार हैं। लेकिन उनकी यह चमकदार यात्रा आसान नहीं रही। बी ग्रेड फिल्मों से करियर की शुरुआत करने वाले मिथुन ने मेहनत, लगन और अपनी खास पहचान के दम पर बॉलीवुड में खुद को एक बड़े सितारे के रूप में स्थापित किया।
हालांकि, अपनी सफलता के पीछे के राज़ को लेकर मिथुन ने कभी एक ऐसा बयान दिया था, जिसने इंडस्ट्री की हकीकत को बेपर्दा कर दिया। 1987 में आईटीएमबी को दिए एक इंटरव्यू में जब उनसे पूछा गया कि बॉलीवुड में स्टारडम कैसे मिलता है, तो उन्होंने बिना लाग-लपेट के जवाब दिया—“यहां न एक्टिंग काम आती है, न कहानी… यहां नसीब चलता है।”
1976 में ‘मृगया’ से डेब्यू करने के बाद मिथुन ने फिल्म दर फिल्म अपनी पहचान बनाई और दर्शकों के दिलों में जगह हासिल की। लेकिन उनके इस बयान ने यह साफ कर दिया कि ग्लैमर की दुनिया में टैलेंट के साथ-साथ किस्मत भी बड़ी भूमिका निभाती है। उनका यह बयान आज भी बॉलीवुड की हकीकत को समझने के लिए एक सटीक उदाहरण के रूप में देखा जाता है।