भ्रष्टाचार और पक्षपात के आरोप में कलिता व दिग्विजय BFI से निलंबित, जांच में पाए गए दोषी
भ्रष्टाचार और पक्षपात के आरोप में कलिता व दिग्विजय BFI से निलंबित, जांच में पाए गए दोषी
नई दिल्ली: भारतीय मुक्केबाजी संघ (BFI) में भ्रष्टाचार और पद के दुरुपयोग के मामले में बड़ी कार्रवाई की गई है। संघ के सचिव हेमंत कुमार कलिता और कोषाध्यक्ष दिग्विजय सिंह को निलंबित कर दिया गया है। दिल्ली हाई कोर्ट के सेवानिवृत्त जज न्यायमूर्ति सुधीर कुमार जैन की एक सदस्यीय जांच समिति ने दोनों को दोषी पाया है।
आरोप क्या हैं?
कलिता और दिग्विजय पर आरईसी टैलेंट हंट कार्यक्रम में टेंडर देने में पक्षपात, संघ के पैसे से निजी यात्राएं करने, और BFI के वित्तीय संसाधनों का दुरुपयोग करने के गंभीर आरोप लगे थे। जांच समिति ने इन आरोपों की पुष्टि की, जिसके बाद दोनों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई।
चुनाव में लगा झटका
कलिता 28 मार्च को होने वाले BFI अध्यक्ष पद के चुनाव में मौजूदा अध्यक्ष अजय सिंह के खिलाफ खड़े थे, लेकिन जांच रिपोर्ट के बाद उनका नामांकन रद्द कर दिया गया है।
कैसे हुई जांच?
भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) के निर्देश पर जनवरी 2025 में न्यायमूर्ति जैन की अध्यक्षता में जांच समिति गठित की गई थी। समिति को आरईसी टैलेंट हंट कार्यक्रम में वित्तीय अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के आरोपों की विस्तृत जांच का जिम्मा सौंपा गया था। समिति ने BFI के कर्मचारियों, सदस्यों और संबंधित पदाधिकारियों से पूछताछ कर अपनी रिपोर्ट पेश की, जिसके आधार पर यह सख्त कार्रवाई हुई।