Nagpur Violence: बाहरी लोगों ने महल परिसर में मचाया उपद्रव, विधायक प्रवीण दटके का बड़ा दावा
नागपुर में हिंसा: औरंगजेब की कब्र विवाद के बाद महल परिसर में बवाल, बाहरी लोगों पर हिंसा भड़काने का आरोप
नागपुर के महल परिसर में औरंगजेब की कब्र हटाने को लेकर हुए आंदोलन के बाद जबरदस्त हिंसा भड़क उठी। करीब 1,000 उपद्रवियों ने घरों में पथराव किया और वाहनों में आग लगा दी। इस बीच, मध्य नागपुर के भाजपा विधायक प्रवीण दटके ने दावा किया कि हिंसा एक सुनियोजित साजिश थी और इसमें बाहरी लोग शामिल थे।
बाहरी तत्वों ने किया हमला?
विधायक दटके ने कहा कि बस्ती के लोगों का इस हिंसा से कोई लेना-देना नहीं है, बल्कि बाहरी तत्वों ने आकर महल परिसर में उत्पात मचाया। उन्होंने आरोप लगाया कि उपद्रवियों ने घरों और दुकानों पर पथराव किया, कारों को आग के हवाले कर दिया, और यहां तक कि आग बुझाने पहुंची फायर ब्रिगेड टीम के कर्मचारियों पर भी हमला किया।
दटके ने बताया कि उनके पास 150 से अधिक वीडियो सबूत हैं, जिसमें बाहरी तत्वों द्वारा हिंसा करने की पुष्टि होती है। उन्होंने कहा कि दुरुपकर, पेशेने, घाटेन और शिर्के परिवारों के घरों पर हमले किए गए।
हिंसा के लिए मंत्री का बयान जिम्मेदार?
कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने इस हिंसा के लिए राज्य सरकार के मंत्रियों के “बेतुके” बयानों को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि कुछ नेताओं द्वारा जानबूझकर नफरत फैलाने और दो समुदायों के बीच तनाव बढ़ाने का काम किया जा रहा है। वडेट्टीवार ने मुख्यमंत्री से इस मंत्री को कैबिनेट से हटाने की मांग की और नागपुर के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की।
स्थिति पर नियंत्रण के प्रयास
पुलिस ने स्थिति को काबू में करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया। फिलहाल, महल परिसर और बड़कस चौक इलाके में तनावपूर्ण शांति बनी हुई है और पुलिस ने इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी है। प्रशासन ने अफवाहों पर ध्यान न देने और शांति बनाए रखने की अपील की है।