Headline
ओबीसी महासंघ अध्यक्ष बबनराव तायवाड़े ने डॉक्टर आत्महत्या मामले पर दुख व्यक्त किया, SIT गठित कर जांच की मांग की
BJP विधायक फुके का ‘कमीशन’ बम: भंडारा नगर परिषद में करोड़ों के घोटाले का दावा
मुख्यमंत्री फडणवीस का ऑपरेशन क्लीनअप: अवैध बांग्लादेशियों की ब्लैकलिस्ट तैयार, फर्जी दस्तावेज़ होंगे रद्द
उपराजधानी नागपुर में बेमौसम बारिश की दस्तक; सुबह से जारी झमाझम बारिश, मौसम विभाग ने 28 अक्टूबर तक येलो अलर्ट जारी किया
नागपुर: भाई दूज मनाने जा रहे पिता-पुत्री की सड़क हादसे में दर्दनाक मौत, खापरी मार्ग पर हुई दुर्घटना
धंतोली पुलिस की बड़ी कार्रवाई: एमडी पाउडर के साथ तीन आरोपी गिरफ्तार, ₹8.73 लाख का माल जब्त
काछीपुरा में BKC की तर्ज़ पर बनेगा भव्य व्यावसायिक केंद्र; नितिन गडकरी ने 20 अंतरराष्ट्रीय मार्केट और 4 स्पोर्ट्स सेंटर की घोषणा की
उपराजधानी नागपुर में मौसम का मिजाज बदला, शाम को झमाझम बारिश से गर्मी से मिली राहत
यूपी: संभल में चलती कार में लगी भीषण आग, यात्रियों ने कूदकर बचाई जान

“Holi 2025: बिहार में परंपराएं सिर्फ जुबानी, दीपावली से होली तक का माहौल बदलने लगा”

“Holi 2025: बिहार में परंपराएं सिर्फ जुबानी, दीपावली से होली तक का माहौल बदलने लगा”

Holi in Bihar: परंपराओं का रंग फीका पड़ा, अब जुबानी यादें बनकर रह गईं
बिहार में होली के पुराने दिन याद आते हैं, जब दालान, आंगन और खलिहान में सांस्कृतिक रंग बिखरे होते थे। दीपावली के बाद से ही घरों में घूरा जलाने की परंपरा होती थी, जहां लकड़ी, खर-पतवार और पुआल डालकर आग जलाई जाती थी। यह एक खास अनुभव था, जो अब सिर्फ बुजुर्गों की जुबान पर रह गया है। जैसे-जैसे समय बदला, ये परंपराएं फीकी पड़ गईं और जीवन के रंग बदलते गए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top