“गोविंदा को मिला था हाईएस्ट ग्रॉसिंग फिल्म का ऑफर, फिर क्यों ठुकराई?”
गोविंदा ने खुलासा किया कि उन्हें जेम्स कैमरून की ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘अवतार’ में रोल ऑफर हुआ था, लेकिन उन्होंने इसे ठुकरा दिया। गोविंदा ने बताया कि फिल्म का टाइटल भी उन्होंने ही सुझाया था, लेकिन विकलांग हीरो का किरदार उन्हें पसंद नहीं आया। उन्होंने फिल्म में रोल करने से मना कर दिया, क्योंकि शरीर पर पेंट करने से स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता था। हालांकि, गोविंदा ने इस फैसले पर बाद में पछतावा जताया और कहा कि कभी-कभी प्रोफेशनल रूप से आकर्षक चीजें शारीरिक नुकसान पहुंचा सकती हैं।
गोविंदा ने हाल ही में एक बड़ा खुलासा किया है, जो उनके फैंस और फिल्म इंडस्ट्री के लिए काफी चौंकाने वाला है। 90 के दशक के सुपरस्टार गोविंदा का कहना है कि उन्हें हॉलीवुड की सबसे बड़ी ब्लॉकबस्टर फिल्मों में से एक, जेम्स कैमरून की “अवतार” में रोल ऑफर हुआ था, लेकिन उन्होंने इसे ठुकरा दिया। यह फिल्म दुनिया की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों में से एक है, और गोविंदा का दावा है कि फिल्म का टाइटल भी उन्होंने ही सुझाया था।
गोविंदा ने इस खुलासे को मुकेश खन्ना के साथ अपनी बातचीत में किया। उन्होंने बताया कि यह घटना तब की है जब वह लंदन में शूटिंग कर रहे थे। एक दिन उन्हें अमेरिका में एक सरदार जी मिले, जिन्होंने उनसे पूछा कि वह अपनी असीमित संपत्ति का क्या करें। गोविंदा ने उन्हें बिजनेस आइडिया दिया, और कुछ समय बाद वही सरदार जी उन्हें जेम्स कैमरून से मिलवाने के लिए पहुंचे। जेम्स कैमरून ने गोविंदा से अपनी आगामी फिल्म “अवतार” में रोल करने का प्रस्ताव रखा, और गोविंदा ने बताया कि वह फिल्म का टाइटल भी सुझाने वाले थे, जो कि “अवतार” था।
हालांकि, गोविंदा ने फिल्म के ऑफर को ठुकरा दिया। उन्होंने इसका कारण बताते हुए कहा कि फिल्म में हीरो का किरदार विकलांग था, और उन्हें यह नहीं लगता था कि वह इस भूमिका को निभा पाएंगे। उन्होंने जेम्स कैमरून से कहा, “विकलांग… और गोविंदा? मैं आपकी फिल्म नहीं कर रहा।” इसके बाद जेम्स कैमरून ने गोविंदा को फिल्म में रोल के लिए 18 करोड़ रुपये का ऑफर किया, लेकिन गोविंदा ने इसे भी मना कर दिया। उन्होंने बताया कि जेम्स ने उन्हें फिल्म में 410 दिन शूटिंग करने की बात कही, जो कि एक बहुत लंबा समय था। गोविंदा ने आगे कहा कि उन्हें शरीर पर पेंट करने से होने वाले शारीरिक प्रभाव का डर था, क्योंकि अगर वह ऐसा करते, तो उन्हें अस्पताल में भर्ती होना पड़ सकता था।
गोविंदा ने कहा कि किसी भी अभिनेता के लिए शरीर ही उसकी सबसे बड़ी संपत्ति होती है, और उन्हें प्रोफेशनल तौर पर आकर्षक लगे वाली चीजों के शारीरिक प्रभाव को भी समझना होता है। उन्होंने बताया कि बाद में इस फैसले पर उन्हें पछतावा हुआ, क्योंकि कभी-कभी प्रोफेशनल अपॉर्च्युनिटी बहुत आकर्षक लगती हैं, लेकिन शारीरिक प्रभाव को लेकर कई बार सालों तक माफी मांगनी पड़ती है।
गोविंदा ने यह भी बताया कि उनका अहंकार इस फैसले में एक अहम भूमिका निभा सकता था, और उनका यह निर्णय बाद में काफी चुनौतीपूर्ण साबित हुआ। अब गोविंदा का यह बयान सुर्खियों में है और यह साबित करता है कि उन्होंने अपने करियर में बहुत सोच-समझकर फैसले लिए थे, भले ही उन्होंने उस समय हॉलीवुड की सबसे बड़ी फिल्म को मना कर दिया।