क्या ‘छावा’ फिल्म की स्क्रीनिंग से शिंदे का दूर रहना उनकी गलती थी? रायगढ़ की राजनीति में इसे लेकर क्या प्रतिक्रिया है?
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के शिवसेना गुट के मंत्रियों और विधायकों ने रायगढ़ के गार्जियन मंत्री पद से जुड़े विवाद के बीच बॉलीवुड फिल्म ‘छावा’ की स्क्रीनिंग से दूरी बना ली। यह स्क्रीनिंग एनसीपी की विधायक अदिति तटकरे द्वारा आयोजित की गई थी, जो फडणवीस सरकार में मंत्री भी हैं। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार और अन्य प्रमुख नेता उपस्थित थे, जबकि शिवसेना की ओर से केवल राज्य मंत्री आशीष जैस्वाल ही दिखाई दिए। शिंदे का इस कार्यक्रम में हिस्सा न लेना इस बात की ओर इशारा करता है कि यह एक जानबूझकर किया गया पार्टी का बहिष्कार हो सकता है। रायगढ़ गार्जियन मंत्री पद शिवसेना और एनसीपी के बीच एक बड़ा विवाद बन चुका है। शिवसेना इस पद पर अपना अधिकार जमाने के लिए लगातार दबाव बना रही है, जबकि एनसीपी इस पद से अपनी दावेदारी छोड़ने को तैयार नहीं है। गार्जियन मंत्री न केवल जिले की प्रशासनिक कमान संभालता है, बल्कि वह जिले की योजनाओं और विकास कार्यों के लिए धन आवंटित करने वाली जिला योजना और विकास समिति (DPDC) की बैठक की अध्यक्षता भी करता है।